सोशल डायरी ब्यूरो
नांदेड, पिछले कुछ दिनों से लगातार दस रूपए के सिक्के बंद होने की खबर को रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने गलत बताया। दिल्ली, फरीदाबाद, गुडगाँव से लेकर आगरा तक यह अफ़वाह फैलाई जा रही है की भारतीय रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने दस रुपये के सिक्को पर पाबन्दी लगा दी है. वही अफवाह अब महाराष्ट्र के नांदेड तक पहुँच चुकी है. शहर के पेट्रोल पम्प, होटल, राशन दुकानों पर 10 रुपये के सिक्को का लेनदेन बंद कर दिया गया है. जिसकी वजह से मजदूरो की मुश्किलें बढती नजर आ रही है.
10 रूपए के सिक्को को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक की और से कोई अधिकृत सुचना के बिना ही सिक्को पर अफवाहों ने पाबंदी लगाई है. पेट्रोल पम्प पर भी सिक्के लेने से इनकार किया जा रहा है. स्थानिक पत्रकार जब शहर के अन्ना भाऊ साथे चौक स्थित पट्रोल पम्प पर गए तब उन्होंने 10 रुपये के सिक्के लेने से इनकार कर दिया. उसी वक्त पत्रकार शिवाजी नगर पुलिस थाणे मामले को लेकर गए, लेकिन पुलिस थाणे के बिट जमादार ने पुलिस थाना इंजार्ज ना होने का बहाना बताते हुए कंप्लेंट लेने से इनकार कर दिया. और पत्रकारों को कंप्लेंट करने के लिए कल सुबह आने की सलाह दी है........!
रिक्शेवाले से लेकर दूकानदार तक ने सिक्के लेने से ग्राहकों को किया मना। यहाँ तक की आम लोग दस रूपए के सिक्के रखने से घबराने भी लगे है।
इसी तरह की अफवाह छह महीने पहले भी फैलाई गयी थी, तब स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया, नीलम चौक ब्रांच के असिस्टेंट मैनेजर ने कहा था जो अफ़वाह फैलाई जा रही है वह सरासर ग़लत है। हमे रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया की तरफ से ऐसी कोई सूचना नही मिली है। अगर कोई व्यक्ति दस रूपए के सिक्के लेने से मना करता है तो उसे सेक्शन 489A से 489E की आई.पी.सी धारा के अंतर्गत लिया जा सकता है।”
उन्होंने यह भी कहा था “हमे अभी भी 10 रुपये के 50 थैले रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया की तरफ से भेजे गए है, जिससे 2000 सिक्के है। इससे यह साबित होता है की ये सिक्के अवैध नही है।”