मूलनिवासी आदिवासी महिला का बलात्कार के बाद बेरहमी से क़त्ल, स्वघोषित हितैषी चिडीचुप
आदिवासी समाज अकेला रास्तो पर, मोमबत्ती गैंग भी गायब
नांदेड एसडी ब्यूरो
जिला नांदेड के तहसील भोकर स्थित पांडूरणा निवासी आदिवासी दंपत्ति अपने परिवार की परवरिश के लिए काम की खोज में महाराष्ट्र के ही लातूर जिला में जाकर अपने परिवार का पेट भरने लगे थे. कुछ हैवानो ने 22 सितम्बर को आदिवासी असहाय महिला से बलात्कार कर बेरहमी से ह्त्या कर दी इस बिच महिला के मदत के लिए पहुंचे उसके पति पर भी आरोपियों ने चक्कू से वार कर गंभीर जख्मी किया. इस वारदात का हर टफ से निषेध किया जा रहा है.
गौरतलब है की खुदको बहुजन हितैषी कहने वाले और आदिवासियों के हित में बड़े-बड़े प्रोग्राम कर बड़ी-बड़ी बाते हांकने वाली कई संगठन चिडीचुप नजर आने लगे. खैरलांजी हत्याकांड पर जिस तरह निषेध व्यक्त कर कातिलो को कड़ी सजा दिलवाने की मांग की गयी थी उसी तरह आदिवासी महिला के क़त्ल पर क्यों नहीं की जा रही है इस तरह का सवाल आम जन में उपस्थित किया जा रहा है. इस विषय पर मूलनिवासी आदिवासी समाज अकेला दिखाई दे रहा है.
-सम्पादक