नई दिल्ली। दिल्ली यूनिवर्सिटी का देशबंधु कॉलेज. वहां मंगलवार दोपहर को एक सेमिनार हो रहा था। इंडियन एक्सप्रेस न्यूज़पेपर की खबर के हिसाब से अचानक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कुछ स्टूडेंट्स वहां घुस गए। वहां मौजूद लोगों को ज़बरदस्ती ‘भारत माता की जय’ का नारा लगाने के लिए कहा. सेमिनार में मौजूद स्टूडेंट और प्रोफेसरों से बहुत घटिया तरीके से व्यवहार किया।
2 अगस्त को देशबंधु डिस्कशन फोरम (DDF) और भगत सिंह अंबेडकर स्टडी सर्कल के कार्यकर्ता कैंपस के एक हॉल में इकट्ठे हुए थे. बाबा साहब अंबेडकर की किताब ‘जाति प्रथा का विनाश’ पर सेमिनार था। करीब 12 बजे के आस-पास अचानक से भीड़ शुरू हो गई। जैसे ही मीटिंग शुरू हुई. उसके 20 मिनट बाद ABVP के कुछ पंद्रह-बीस लोग हॉल में घुस आए. चिल्लाने लगे, ‘भारत माता की जय.’ स्टूडेंट और प्रोफेसरों के साथ गाली-गलौज करने लगे। वहां मौजूद लोगों का कहना है कि कोई भी प्रोफेसर पॉलिटिक्स पर बात नहीं कर रहा था।
बात हो रही थी किताब के टेक्निकल पक्ष पर. ABVP के लोग क्लासरूम की बेंचों पर खड़े हो गए. कुछ खास स्टूडेंट की तरफ इशारा कर के कहने लगे।"अगर तुम पाकिस्तानी नही हो तो भारत माता की जय बोलो"
(उपरोक्त खबर यूपीयूकेलाइव से साभार)
दुनिया में ऐसा कोई देश नहीं जहां अपने देश को माता कहकर पुकारा जाता हो. अगर ऐसा होता तो अमेरिका ममी, पाकिस्तान अम्मा, लन्दन मदर, ऐसा होता.
गौरतलब है की, भारत यह नाम पुल्लिंगी है. मतलब पुरुषो का नाम है. स्त्रीलिंगी नहीं. और अगर हम भारत को माता कहने लगते है तो, अम्बेडकरी विचारधारा के लोग सवाल पूछते है की, अगर भारत माता है तो पिता का नाम क्या हिया. इस बात का मेरे पास कोई जवाब नहीं. अगर पाठको में से किसीके पास जवाब हो तो जरुर पेश करे हम उनके नाम के साथ उनकी प्रतिक्रया प्रकाशित करेंगेर - संपादक