नांदेड, पुलिस के जज्बे को सलाम करती हुई ये फोटोज इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। ये फोटोज अलग- अलग राज्यों की पुलिस के जवानों की है, लेकिन इन सब में एक ही समानता है समाज के प्रति सेवा। कड़कड़ाती ठंड हो या झुलसाने वाली गर्मी ये जवान हमेशा इसलिए तैनात रहते हैं ताकि आम आदमी चैन से जी सकें।
अपने कर्तव्य को निभाने के लिए कहके पेट का तक मुलाहिजा नहीं. सादगी से खाना खाते हुए
इंसान को जुबान होते हुए भी प्यास बुझाने के लिए कभी-कभी कई परेशानिया उठानी पड़ती है. यह बात अच्छी तरह जानते अफसर बेजुबान प्यासे जानवरों को तेज धुप में पानी पिलाते हुए
एमर्जंसी में अपने हाथो से रास्ते का मुरुम, मिटटी हटाते हुए
दुनिया में ऐसे लोग मुश्किल से मिलते है जो मरीजो को बिना किसी झिजक के करीब करते है. फुटपाथ पर पड़े लावारिस मरीज को पानी पिलाते हुए.
मासूम बच्चो को प्यार से रास्ते के किनारे ले आये और पानी पिला रहे है साहब जिससे प्यास भी बुझ गयी अपघात का ख़तरा भी टला
यह साहब अपना फर्ज निभाने के लिए अपने पैरो का भी ख़याल ना करते हुए इमरजेंसी में खाली पैर मौकाए वारदात पर दौड़ते हुए पहुंचे.
एक लावारिस बुजुर्ग को अपनी माता सामान प्यार से खाना खिलाया और फिर पानी पिलाते हुए अफसर
ट्राफिक पुलिस हमेशा आपको चालान फाड़ती नजर आती है. लेकिन ऐसा नहीं है एक ही तस्वीर को बार-बार शेयर किया जाता है इसलिए पुलिस बदनाम है. असलियत तो यह है. एक ट्राफिक पुलिसकर्मी अपाहिज को रास्ते से किनारे ले जाते हुए.
बाढ़ में बहाने से एक प्यारी सी गुडिया को बचाते हुए पुलिसकर्मी, और पहली तस्वीर में अनाथ को खाना खिलाते और पानी पिलाते हुए.
एक्सीडेंट में घायल युवती को बिना एम्बुलेंस का इन्तेजार किये अपनी बेटी के सामान गोदी में उठाकर अस्पताल पहुंचाते हुए पुलिसकर्मी
अब बताईये आपको गर्व से सलाम करने का मन नहीं होता ? तो आज स्वतंत्रता दिन के अवसर पर इन सभी और ऐसे सभी पुलिसकर्मीयो को हमारी और आपकी ओर से क्रांतिकारी सलाम
-अहेमद कुरेशी, संपादक