डॉक्टर जाकिर नाईक एक विश्वप्रसिद्ध इस्लाम के प्रचारक है जो इस दौर में उनके मुक़ाबले में कोई नहीं है. शायद यह भी वजह हो सकती है कुछ सवाघोषित बुद्धिजीवियों द्वारा विरोध की,
इस्लाम मजहब के प्रचारक पर मीडिया द्वारा अनेक इल्जाम लगाए गए थे. एक हफ्ते से मीडिया में जाकिर नाईक ही छाये हुए थे. बेबुनियाद इल्जाम मीडिया द्वारा लगाए गए थे और मीडिया की बात सुनकर करीब 25 प्रतिशत लोग मीडिया की हाँ में हाँ मिलाकर डॉक्टर जाकिर नाईक को बैन करने की मांग कर रहे थे, मानो जैसे मीडिया ही अदालत हो. कई लोग ऐसे है जो मीडिया के मुताबिक़ चलते है ऐसे लोगो के दिमाग को मीडिया तो नहीं चला रहा है ? इस तरह का सवाल पैदा होता है. चुनके विरोधियो ने मीडिया के साथ सोशल मीडिया पर जमकर विरोध करना शुरू किया था जबकि डॉक्टर जाकिर नाईक के समर्थन में 75 प्रतिशत लोग मैदान में उतरे थे. जाकिर नाईक के समर्थन में उतरे लाखो लोगो का एवं विदेशी दिग्गजों का कहना था के जाकिर नाईक को सिर्फ मुसलमान होने के कारण फंसाया जा रहा है. और दूसरी तरफ मुह उठाकर विरोधी जाकिर नाईक को बैन करने की मांग कर रहे थे. इस विरोध के चलते कुछ बुद्धिजीवी लोगो का कहना था की जाकिर नाईक के बयानों से धर्म का धंदा करने वालो के उकानो पर ताले लग चुके थे. वरना इनके पास कोई सबूत नहीं था. जाकिर नाईक के समर्थन लाखो गैरमुस्लिमो ने भी आवाज उठाई थी. लेकिन कई मुसलमानों ने योगी आदित्यनाथ और शिवसेना की आवाज में आवाज मिलाकर बैन लगाने की मांग की थी. उन सभी विरोधियो के मुह पर जांच एजंसियो ने करारा तमाचा मारा है. और इस तमाचे की गूँज इनके कानो में सालो तक गूंजेगी
-सम्पादक, अहेमद कुरेशी
दोक्टोर्ट जाकिर नाईक के विरोधियो के लिए महाराष्ट्र स्थित नांदेड जिला के वरिष्ठ पत्रकार जावेद हाशमी ने सोशल मीडिया अपनी फेसबुक वाल पर बहुत ही प्यारा मेसेज दिया है.
मैं उन पाखण्डियों से सवाल करता हूँ जो सोशल मिडिया पर अपने पिछवाड़े की गंदगी मुंह से निकालकर, सोशल मिडिया पर इस तरह पेश आ रहे थे जैसे वह सुप्रीम कोर्ट के जज हो या देश की सर्वोच्च गुप्तचर संस्था के चेअरपर्सन हो। अब तुम लोग अपने उन मित्रों को क्या जवाब दोगे जो ज़ाकिर नाईक के विवाद में तुम्हारे समर्थन की आस में थे...?
बस करों दोगलों यह धर्मनिरपेक्षता का ढोंग और सीधा भक्तों की टोली में शामिल हो जाओ। मुझे भक्तों से कोई गिला नहीं क्यों के वह दिमाग से पैदल है यह हर कोई जानता है, लेकिन जिन्हें हम अपना हमदर्द-साथी और धर्मनिरपेक्ष मानते थे उन लोगों ने भी इस झूठ की गंगा में अपने हाथ धो लिए। नहीं चाहिए ऐसे दोगलों की दोस्ती। जो कोई मेरी फ्रेंडलिस्ट में (ऐसे दोगले) है वह मुझे अन्फ्रेंड कर दें।
- वरिष्ठ पत्रकार जावेद हाशमी |
इस्लाम के विश्व प्रसिद्द डॉक्टर जाकिर नाईक को क्लीन चिट
अंग्रेजी अख़बार दा हिन्दू के हवाले से खबर है कि Maharashtra State Intelligence Department (SID) ने इस्लामिक स्कॉलर डाक्टर जाकिर नाईक को क्लीन चिट दे दी है
महाराष्ट्र राज्य खुफिया विभाग के सूत्रों के अनुसार डाक्टर जाकिर नाईक के भारत वापसी पर उनको गिरफ्तार नही किया जायेगा .जाँच एजेंसी का कहना है कि नाईक के सैकड़ो यूटुब पे मौजूद विडियो की गहन जाँच करने पे एजेंसी ने डाक्टर जाकिर नाईक को क्लीन चिट देने का फैसला किया है
जाँच एजेंसी के सीनियर अधिकारी ने हिन्दू को बताया कि डाक्टर जाकिर नाइक पे सिर्फ धार्मिक भावनाओ को भड़काने का मुकदमा दर्ज हुआ है लेकिन अभी भी जाँच एजेंसी को इस सम्बन्ध में कोई पुख्ता साबुत नही मिला है
सीनियर अधिकारी ने हिन्दू को बताया कि ओसामा बिन लादेन के समर्थन में बयान पर एजेंसी ने जाँच की है और पाया है कि नाईक ने इस्लाम पे आतंकवाद को बढावा देने के सवाल के जवाब में इस्लाम के बचाव में बात की थी साथ ही नाईक ने उस विडियो में आतंकवाद की निंदा की है इसलियें इस विडियो को भी उनपर कार्यवाही का आधार नही बनाया जा सकता है