गुजरात के गीर सोमनाथ मे रोंगटे खड़े करदेने वाली घटना सामने आई है, गीर सोमनाथ तहसील के उना शहर में जैसे कायदे कानुन जेसी कोई चीज ही ना हो ऐसे कुछ गुन्डातत्वो ने दलीत समुदाय के चार निर्दोष युवको को सराजाहेर झाईलो कार के पीछे रस्सी से बांघ कर लोहे की सरिया से बेरहेमी से मार रहे हे. हद तो तब हुई की आम चारे युवको को गाड़ी के पीछे बांघकर घसीटते हुए पुलिस थाने पर लाकर छोड दीया और ये कांड करने वाले शख्स बिंदास पुलिस स्टेशन से निकल गऐ. उना शहर के बस स्टेशन से लेकर पुलिस थाने तक करीबन ईक किलोमीटर तक का फासला और आघे धंटे से ज्यादा समय ईन गुन्डो ने चारों दलीत युवको को बेरहेमी से मारते रहे और जाने कानून व्यवस्था का चीर हरण करते रहें लेकिन पुलिस मौकाए वारदात पर पहोची नही.
पुलिस थाने मे जब चारों युवकों को छोड़ दीया और दलित समुदाय मे यह बात पुंहची तो दलित समुदाय के लोग पुलिस थाने पहोंचे ओर पीड़ित चारो युवको को सरकारी अस्पताल मे सारवार के लीऐ ले गऐ. और दलित समुदाय के युवकों पर हुए अत्याचार को लेकर धरने पर बैठने की तैयारी करने लगे तब पुलिस को इस घटना की गंभीरता सामने आने पर पीडितो के परिवार को धरना करने से रोका गया. ओर छह लोगों के सामने ऐफ आई आर दर्ज कर कारवाई शरु की है
सारे मामले मे कानून की घज्जीया उडाने वाले आरोपी मे से ईस का मुख्य सूत्रधार बेरोजगारी गोस्वामी ने अपने आप को गिर सोमनाथ तहसील का जिल्ला अध्यक्ष बताकर गौवंश की हत्या को लेकर आम लोगों ने नजदीक के समढीयाला गांव में से चारों दलित को गौवंश के मांस के साथ पकडा था और ईस बात की पुलिस को भी जानकारी दे के पुलिस के सोंप दीया था. जबकि चारो युवक दलित चमार जात के है और गांव मे मरे हुए पशुओं का निकाल करते हे यह सब जानते है. लेकिन अपने आपको शिवसेना के कार्यकर्ता और गौरक्षक बताने वाले शख्सो ने आम दलित युवकों की ईक ना सुनी और निर्दयी रूप से मार मारते रहे. ईन चारो पीडीत युवकों मे से दो गंभीर रुप से झख्मी हुए हैं