सभी राजनीतिक दल पहले राम मंदिर बना लें। रोटी, रोज़गार, महंगाई, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की ज़रूरत किसे है। जिसे देखो राम मंदिर की रट लगाए हुए है। कोई राजनीतिक दल कितना भी राम..राम चिल्ला ले। राम का पेटेंट भाजपा पास था, है और रहेगा।
बसपा कितना भी जय श्रीराम नारे लगा ले, रहेगी वही, जो उसे समझा जाता रहा है। सपा, कांग्रेस भी राम मंदिर का नाम जप ले, उनका वोट नहीं मिलने वाला, जो हर हाल में उसे जिताने पर तुला है, जिसने राम मंदिर की लड़ाई लड़ी और कैसे भी मैनेज करके फैसला राम मंदिर के पक्ष में कराया।
राजनीतिक दल अगर मौजूदा भयानक हालात का फायदा नहीं उठा सकते, तो उन्हें पकौड़ों का ठेला लगा लेना चाहिए, वो भी तब जब ये सरकार उन्हें ठेला लगाने दे। जनता न पेगासस से विचलित होने वाली है, न महंगाई से न ऑक्सीजन कमी से मरने से, न चिता नहीं होने से, न पेट्रोल 150 रुपये लीटर खरीदने से।
वो इस बात से खुश है कि फलां की संपत्ति जब्त हो गई, फलां का मकान ढहा दिया, फलां को जेल में ठूंस दिया, फलां का एनकाउंटर कर दिया, फलां पर रासुका लगा दिया, फलां पर यूपीए लगा दिया। जो जनता चाह रही है, ये सरकार उसे दे रही है।
- Saleem Akhter Siddiqui