मुझे लगता है कि छाती दिखाना उनका मकसद नहीं है बल्कि जो छाती के प्रति लोगों की मानसिकता है वो उसे खत्म करने का प्रयत्न कर रहीं हैं।
स्तन (breast) खुली रखने की अनुमति, अमरीकन महिलाओं का आंदोलन शुरू
June 20, 2021
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ज्यादातर पुरुष औरतों की पहली नजर में छाती को निहारते हैं इससे किसी भी औरत को बुरा लगेगा और वो असहज महसूस करेगी। भारत जैसे देश में भी कई औरतों को आप मर्दों को देखकर अपने दुप्पटे को संभालती देखेंगे। शायद अगर ये मानसिकता लोगो के मन से हट जाए तो औरतें थोड़ा और आराम से घूम फिर सके बिना किसी डर के।
भारत के लोगों को शायद उनकी ये पहल थोड़ी अजीब लगे लेकिन पुराने समय में घूंघट की प्रथा भी एक औरत की आजादी पर प्रश्नचिन्ह था । बिना घूंघट के औरत को देखना उसके चरित्र को दर्शाता था। आज के समय में घूंघट सिर्फ गांवों तक हो सीमित रह गया है। आने वाले समय में वहां भी ये प्रथा शायद खत्म हो जाए।