रिहाई मंच ने पीड़ित परिवार से की मुलाक़ात, दोषियों पर सख़्त कार्यवाही की मांग की
लखनऊ/आज़मगढ़/मऊ 14 जनवरी 2021। रिहाई मंच मऊ के असलपुर गांव में दलित प्रधान के बाद उनके भतीजे की सामंती तत्वों द्वारा गोली मार कर हत्या किए जाने की तीव्र निंदा करता है और हत्यारों की गिरफ्तारी और दोषी अफसरों पर कार्रवाई की मांग करता है।
रिहाई मंच महासचिव राजीय यादव ने बताया कि ग्राम असलपुर, थाना चिरैयाकोट जनपद मऊ में 13 जनवरी शाम सात बजे होनहार दलित युवक अरविंद कुमार पुत्र जीउत राम की हत्या की खबर के बाद एडवोकेट विनोद यादव के साथ अवधेश यादव और पिंटू रिहाई मंच के तीन सदस्यीय दल ने असलपुर का दौरा किया और घटना की जानकारी प्राप्त की।
विनोद यादव ने कहा कि अरविंद कुमार सेना/पुलिस में भर्ती की तैयारी कर रहे थे। वह रोज की तरह उस शाम को भी तीन अन्य युवकों के साथ दौड़ के लिए गए थे। गांव से करीब डेढ़ दो सौ मीटर दूर हथियारों से लैस राहुल सिंह पुत्र मृगेंद्र सिंह और अन्य दो व्यक्तियों ने उन लोगों को रोक लिया। अन्य दो युवकों को तमंचे से मार कर वहां से भगा दिया और अरविंद को जान से मारने की बात करने लगे। दोनों युवकों ने गांव में पहुंच कर घटना के बारे में बताया। जब तक गांव के लोग इकट्ठा होकर घटना स्थल पहुंचे अपराधी अरविंद की हत्या कर फरार हो चुके थे।
विनोद यादव ने बताया कि अरविंद की बहन ने प्रतिनिधिमंडल को बताया कि गांव के ही राहुल सिंह ने करीब डेढ़ साल पहले अरविंद के चाचा व ग्राम प्रधान मुन्ना राम की हत्या कर दी थी लेकिन राजनीतिक संरक्षण प्राप्त होने के कारण राहुल सिंह की गिरफ्तारी तक नहीं हुई थी। अरविंद की बहन ने यह भी बताया कि उसका भाई अरविंद अपने चाचा मुन्ना राम से बहुत करीब था और वहीं उनकी हत्या के मामले की पैरवी भी कर रहा था।
विनोद यादव ने कहा कि इस बीच कई बार अरविंद को राहुल सिंह ने कई बार धमकी दी थी और मुन्ना राम की हत्या मामले में पैरवी से विरत रहने को कहा था। शिकायत करने के बावजूद पुलिस प्रशासन ने न तो राहुल को गिरफ्तार किया और न ही अरविंद की सुरक्षा की कोई व्यवस्था की।