भारत की कमजोर सरकार का फायदा चीन ने उठा लिया है. चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ विपिन रावत देश के अस्पतालों में फूल बरसाते रहे और चीन ने लद्दाख में बड़े भारतीय हिस्से पर कब्ज़ा जमा लिया है. इकोनॉमिक टाइम्स की महत्वपूर्ण रिपोर्ट के अनुसार सेना के कुछ जवानों के कोरोना संक्रमित होने के बाद भारत ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के करीब मार्च के शुरू में होने वाले अपने अभ्यास को कुछ समय के लिए टाल दिया था.
इसी का फायदा उठाते हुए चीनी सेना ने रणनीतिक दृष्टि से अहम भारतीय सेना के पेट्रोलिंग वाले इलाके में आगे बढ़ते हुए वहां अपनी पोजीशन मजबूत कर ली. चीन ने चालाकी दिखाते हुए गलवान घाटी और पैंगोंग शो झील के करीब फिंगर एरिया में तुरंत सैनिकों की तैनाती कर दी.जानकारी के अनुसार गलवान में चीन के करीब 3,400 सैनिक तैनात हैं जबकि पैंगोंग लेक के करीब 3,600 चीनी सैनिक हैं.
सैटलाइट तस्वीरों के हवाले से सरकारी सूत्रों ने बताया कि चीनी सैनिक भारतीय सेना के पेट्रोलिंग वाले इलाकों पोजीशन बना ली है और कुछ रणनीतिक दृष्टि से अहम क्षेत्र में भी आ गए हैं. मोदी और मीडिया इस मुद्दे पर देश का ध्यान बंटाने के लिए ट्रम्प के जी 7 समिट में मोदी के बुलाने पर कसीदे गढ़ रहा है. बताया जा रहा है कि इससे चीन बौखला गया है,जबकि सच यह है कि भारत के पास चीन से निबटने का फिलहाल कोई रास्ता नहीं दिख रहा है.
भारत की कमजोर सरकार का फायदा चीन ने उठा लिया है
June 03, 2020
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