बुलंदशहर, दिल दहला देने वाले घटनाक्रम में अनूपशहर थाना क्षेत्र के गांव पगोना में स्थित शिव मंदिर में सोमवार देर रात दो साधुओं की लाठी डंडो से पिट पीटकर हत्या कर दी गई। जिस युवक पर हत्या का आरोप है उसे भी ग्रामीणों ने पकड़ लिया और पिटाई के बाद पुलिस को सौंप दिया। वहीं दोहरे हत्याकांड के बारे में जिलाधिकारी रविंद्र कुमार का कहना है कि आरोपित से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि भगवान की इच्छा थी। इसलिए उसने साधुओं को मार दिया। यह भी बताया कि तलवार से गर्दन नहीं काटी। साधु का एक डंडा पड़ा था। उसी डंडे से सिर में वार करके हत्या की है। उनका कहना है कि आरोपित अभी नशे में है और नशा उतरने के बाद ही ठीक से पूछताछ की जाएगी।
अनूपशहर शिकारपुर मार्ग पर स्थित गांव पगौना में शिव मंदिर है। यहां 10 वर्षों से गरीबदास उर्फ जगन दास निवासी भदेसी आश्रम अलीगढ़ तथा उनका शिष्य शेरसिंह उर्फ सेवादास निवासी गांव कनौरा थाना छतारी बुलंदशहर मंदिर में रहकर देखभाल करते थे।
सोमवार को गांव पगोना निवासी मुरारी उर्फ राजू देवी सहाय एक संत का चिमटा उठाकर ले गया था। साधुओं ने उसके घर जाकर नाराजगी जताई थी। इसी बात को लेकर मुरारी ने रात में दोनों साधुओं की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी। घटना की जानकारी सुबह श्रद्धालुओं द्वारा मंदिर जाने पर लगी। इसी बीच गांव के ही लोगों ने आरोपित मुरारी को जंगल से भागते हुए पकड़ लिया और पीटना शुरू कर दिया। पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया।
सोमवार को गांव पगोना निवासी मुरारी उर्फ राजू देवी सहाय एक संत का चिमटा उठाकर ले गया था। साधुओं ने उसके घर जाकर नाराजगी जताई थी। इसी बात को लेकर मुरारी ने रात में दोनों साधुओं की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी। घटना की जानकारी सुबह श्रद्धालुओं द्वारा मंदिर जाने पर लगी। इसी बीच गांव के ही लोगों ने आरोपित मुरारी को जंगल से भागते हुए पकड़ लिया और पीटना शुरू कर दिया। पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया।