हिंसा इतनी जबर्दस्त थी कि आठ राउंड टियर गैस फायर करने के बाद हिंसक भीड़ पर काबू पाया गया, अभी किसी के हताहत होने की सूचना नहीं, लेकिन पुलिस की पहरेदारी और तनाव कम होने पर कुछ और जानकारियां सामने आने की उम्मीद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप के गुजरात की राजधानी अहमदाबाद पहुंचने से ठीक दो दिन पहले हुई इस हिंसा में खंभात शहर के 8 से 10 मकान, 15 से 20 दुकानें और 50 के करीब वाहनों को जलाया गया…
जनज्वार में प्रकाशित दत्तेश भावसार की रिपोर्ट के अनुसार । गुजरात के आनंद जिले के खंभात शहर में रविवार 23 फरवरी को भड़की हिंसा में 13 लोग जख्मी हुए हैं। दोपहर को भड़की हिंसा में दो समुदायों के बीच पत्थरबाजी हुई, जिसमें पुलिस के भी कुछ जवान जख्मी हुए हैं। इस विस्तार में 1 माह पहले वाहन पार्किंग करने के विवाद में हिंसा भड़की थी, जिस हिंसा में भी कई लोग जख्मी हुए थे। उस हिंसा के मामले में पुलिस ने दोनों समुदायों के 40 लोगों को गिरफ्तार किया था और इस जगड़े का समाधान करने के लिए दोनों समुदायों के बीच में वार्ताओं के कई दौर भी हुए परंतु कोई समाधान ना निकलने के कारण और कुछ लोगों के भड़क जाने के कारण मामला बिगड़ गया और रविवार को फिर से दोनों समुदायों के बीच हिंसा भड़क उठी।
रविवार को हुई इस हिंसा में खंभात शहर के 8 से 10 मकान, 15 से 20 दुकानें और 50 के करीब वाहनों को जलाया गया। आगजनी की हुई इस घटना के बाद तुरंत ही पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम घटनास्थल पर पहुंच चुकी थी और दोनों ही विभागों ने समस्या गंभीर होने से पहले परिस्थिति को काबू कर लिया। हिंसा भड़की क्यों, इसके बारे में एक स्थानीय दैनिक के पत्रकार ने बताया कि पुरानी कल दोपहर में भावसार विस्तार में शादी की बारात की वीडियोग्राफी करने के मामले में दोनों ही समुदाय आमने-सामने आ गए थे, जिसके कारण यह पूरी घटना हुई।
रविवार को हुई इस घटना में मुख्य तौर पर खंभात के अकबरपुरा विस्तार में पत्थरबाजी और आगजनी की घटना को अंजाम दिया गया था। इसके बाद और जगह अफवाह फैलने से तीन बत्ती, लिंडी चौक लाल दरवाजा, पीट बाजार जामा मस्जिद, तीन दरवाजा जैसे इलाकों में भी घटनाएं हुईं। सुरक्षा के मद्देनजर खंभात में देर शाम को ही रैपिड एक्शन फोर्स की 3 टुकड़ियों उतार दी गईं थीं।
खंभात में हुई पत्थरबाजी और आगजनी की घटना को आपसी रंजिश से जोड़कर देखा जा रहा है। पार्किंग करने के विवाद को लेकर हुए झगड़े को सुलझाने के लिए दोनों समुदाय के लोगों ने बहुत ही प्रयास किए, लेकिन सारे प्रयास असफल रहे।
गौरतलग है कि गुजरात के खंभात शहर में दोनों ही समुदायों के लोगों की बड़ी संख्या है। कई बार छोटी—मोटी बातें भी बड़ा स्वरूप धारण कर लेती हैं। कुछ स्थानीय अखबारों के अनुसार इस घटना में बंदूक, रिवाल्वर, कुदाल, धारिया, डंडे, एसिड, बम पेट्रोल बम, जैसे हथियारों का इस्तेमाल किया गया परंतु इस मामले में पुलिस ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। घायलों को सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है और सभी की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। यहां गौर करने वाली बात यह है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप गुजरात और भारत के दौरे पर हैं उस समय ऐसी घटना का होना कई सवाल खड़े करता है।
जनज्वार में प्रकाशित दत्तेश भावसार की रिपोर्ट के अनुसार । गुजरात के आनंद जिले के खंभात शहर में रविवार 23 फरवरी को भड़की हिंसा में 13 लोग जख्मी हुए हैं। दोपहर को भड़की हिंसा में दो समुदायों के बीच पत्थरबाजी हुई, जिसमें पुलिस के भी कुछ जवान जख्मी हुए हैं। इस विस्तार में 1 माह पहले वाहन पार्किंग करने के विवाद में हिंसा भड़की थी, जिस हिंसा में भी कई लोग जख्मी हुए थे। उस हिंसा के मामले में पुलिस ने दोनों समुदायों के 40 लोगों को गिरफ्तार किया था और इस जगड़े का समाधान करने के लिए दोनों समुदायों के बीच में वार्ताओं के कई दौर भी हुए परंतु कोई समाधान ना निकलने के कारण और कुछ लोगों के भड़क जाने के कारण मामला बिगड़ गया और रविवार को फिर से दोनों समुदायों के बीच हिंसा भड़क उठी।
रविवार को हुई इस हिंसा में खंभात शहर के 8 से 10 मकान, 15 से 20 दुकानें और 50 के करीब वाहनों को जलाया गया। आगजनी की हुई इस घटना के बाद तुरंत ही पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम घटनास्थल पर पहुंच चुकी थी और दोनों ही विभागों ने समस्या गंभीर होने से पहले परिस्थिति को काबू कर लिया। हिंसा भड़की क्यों, इसके बारे में एक स्थानीय दैनिक के पत्रकार ने बताया कि पुरानी कल दोपहर में भावसार विस्तार में शादी की बारात की वीडियोग्राफी करने के मामले में दोनों ही समुदाय आमने-सामने आ गए थे, जिसके कारण यह पूरी घटना हुई।
रविवार को हुई इस घटना में मुख्य तौर पर खंभात के अकबरपुरा विस्तार में पत्थरबाजी और आगजनी की घटना को अंजाम दिया गया था। इसके बाद और जगह अफवाह फैलने से तीन बत्ती, लिंडी चौक लाल दरवाजा, पीट बाजार जामा मस्जिद, तीन दरवाजा जैसे इलाकों में भी घटनाएं हुईं। सुरक्षा के मद्देनजर खंभात में देर शाम को ही रैपिड एक्शन फोर्स की 3 टुकड़ियों उतार दी गईं थीं।
खंभात में हुई पत्थरबाजी और आगजनी की घटना को आपसी रंजिश से जोड़कर देखा जा रहा है। पार्किंग करने के विवाद को लेकर हुए झगड़े को सुलझाने के लिए दोनों समुदाय के लोगों ने बहुत ही प्रयास किए, लेकिन सारे प्रयास असफल रहे।
गौरतलग है कि गुजरात के खंभात शहर में दोनों ही समुदायों के लोगों की बड़ी संख्या है। कई बार छोटी—मोटी बातें भी बड़ा स्वरूप धारण कर लेती हैं। कुछ स्थानीय अखबारों के अनुसार इस घटना में बंदूक, रिवाल्वर, कुदाल, धारिया, डंडे, एसिड, बम पेट्रोल बम, जैसे हथियारों का इस्तेमाल किया गया परंतु इस मामले में पुलिस ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। घायलों को सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है और सभी की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। यहां गौर करने वाली बात यह है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप गुजरात और भारत के दौरे पर हैं उस समय ऐसी घटना का होना कई सवाल खड़े करता है।