टीपू सुल्तान इतने कट्टर थे तो अपनी राजधानी
श्री रंगापट्नम का इस्लामिक नाम क्यो नही रखा?
क्योकि उन्होने हुकूमत की थी भड़वागिरी नही
शेर ए मैसूर टीपू सुल्तान
जिनके नाम से फिरंगी अंग्रेजों की पैंट गीली हो जाती थी l
और आज भी कुछ नारंगीयों की चड्डी गीली हो जाती है ।
अपने मुल्क़ पर कुर्बान होने वाले शेर ए मैसूर टीपू सुल्तान के शहादत को लाखों सलाम ।
मैसूर के राजा टीपू सुल्तान को हमेशा उनकी बहादुरी और अंग्रेजो के खिलाफ लंबे संघर्ष के लिए याद किया जायेगा. मैं भारत के सबसे पहले स्वतंत्रता सेनानी को उनके जन्मदिन पर श्रद्धांजली अर्पित करता हूं...!- आ. बाळासाहेब आंबेडकर
श्री रंगापट्नम का इस्लामिक नाम क्यो नही रखा?
क्योकि उन्होने हुकूमत की थी भड़वागिरी नही
शेर ए मैसूर टीपू सुल्तान
जिनके नाम से फिरंगी अंग्रेजों की पैंट गीली हो जाती थी l
और आज भी कुछ नारंगीयों की चड्डी गीली हो जाती है ।
अपने मुल्क़ पर कुर्बान होने वाले शेर ए मैसूर टीपू सुल्तान के शहादत को लाखों सलाम ।
मैसूर के राजा टीपू सुल्तान को हमेशा उनकी बहादुरी और अंग्रेजो के खिलाफ लंबे संघर्ष के लिए याद किया जायेगा. मैं भारत के सबसे पहले स्वतंत्रता सेनानी को उनके जन्मदिन पर श्रद्धांजली अर्पित करता हूं...!- आ. बाळासाहेब आंबेडकर