लखनऊ 22 अक्टूबर 2018। रिहाई मंच ने मूर्ति विसर्जन को लेकर यूपी में हुए सांप्रदायिक तनावों को 2019 की योगी सरकार की चुनावी तैयारी बताई। मंच ने रायबरेली में चलती जीप में दलित महिला से दुष्कर्म और फिरोजाबाद में छेड़ाखानी के विरोध पर शायर हाशिम फिरोजाबादी पर तेजाब के हमले को यूपी की ध्वस्त हो चुकी कानून व्यवस्था की एक और विभत्स नजीर बताया।
रिहाई मंच अध्यक्ष मुहम्मद शुऐब ने यूपी सीएम पर आरोप लगाते हुए कहा कि योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर का राग अलापकर दंगाईयों का मनोबल बढ़ाया जिन्होंने पूरे अवध को सांप्रदायिकता की भेंट चढ़ा दिया। शजपा वोट बैंक बढ़ाने के लिए शासन तंत्र का सहारा लेकर गांव-कस्बों तक में सांप्रदायिक हिंसा की साजिश रच रही है। अपनी कमजोरियों को छिपाने के उद्देश्य से भाजपा सांप्रदायिक तनाव बढ़ा रही है। यहां तक की अराजक तत्व प्रशासनिक तथा पुलिस अधिकारियों तक पर जानलेवा हमला कर रहे हैं। दंगाईयों के खिलाफ न तो कोई कार्रवाई की जा रही है न उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है। मुहम्मद शुऐब ने कहा कि वेदांती जैसे लोगों को खुली छूट देकर 6 दिसंबर से शुरु होगा राम मंदिर निर्माण जैसे विवादित बयान दिलवाकर अयोध्या के आस-पास के क्षेत्रों में तनाव भड़काया जा रहा है।
रिहाई मंच नेता राजीव यादव ने बताया कि बहराइच में शनिवार को बौंडी क्षेत्र के खैरा बाजार, मनेरा, जरवल, अमेठी में इन्होना, गोण्डा के कटरा बाजार के पास टिकौली गांव में, फैजाबाद के खंड़ासा के चंदौरा गांव, बलरामपुर में महराजगंज तराई और गौरा चैराहे पर सांप्रदायिक तत्वों ने तांडव किया। यह तनाव सूबे में दूसरे दिन भी गोण्डा, जौनपुर के चंदवक, मऊ के बड़ा गांव के पास भटौरी और आजमगढ़ के फूलपुर बाजार में जारी रहा। सिद्धार्थनगर के बढ़नी बाजार में हिंदू युवा वाहिनी के लोगों ने दो सब्जी बेचने वालों को पीट-पीटकर घायल कर दिया। रिहाई मंच जल्द सांप्रदायिक तनाव ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा करेगा। सूबे के सामाजिक-राजनीतिक संगठनों के साथियों के साथ 3 नवंबर को लखनऊ में बैठक की जाएगी।