फिलीस्तीनी में लाखों मुसलमान मासूम बच्चों औरतों को मारने वाला इज़राइली यहूदियों को आग ने अपना कहर दिखाया तो आँह निकल पड़ी और मदद की भीख मांगने लगे वहीं फिलीस्तीनी के मुसलमानों ने अपने इस्लाम का नाम ऊँचा किया अपने सिने पर पत्थर रख कर सारे सिकवे गिले भुला कर फिलीस्तीनीयों ने यहूदियों की मदद के लिए खड़े हो गए ये है मेरा इस्लाम।
इजराइल के जंगल में लगी आग को मुस्लमान अल्लाह का अज़ाब मान कर सोशल मीडिया पे ख़ुशी मना रहे है, उनका कहना है के फिलिस्तिनियो पे हो रहे जुल्म का ये बदला है! में ये पूछना चाहता हुके पिछले हज पे जो हज़ारो हाजी एक घटना में मारे गए थे वह क्या था ? घटना को घटना की तरह ले! भारतीय मुस्लमान जो फिलिस्तिनियो को सपोर्ट करते है वह जानते ही नहीं के इस दुनिया में जो सब से बदमाश , धोखा देने वाली , भष्ट्राचार और दुनिया की सारी बुराई करने वाली दो ही क़ौम है एक फिलिस्तीनी और दूसरा मिस्री है! जो गल्फ देश में है वह बखूबी जानते है!दुबई आने से पहले में भी फिलिस्तनियो का समर्थक था मगर यहाँ आकर मेरा रुख उनके प्रति बदल गया!में ही किया जो भी भारतीय यहाँ आया फिलिस्तनियो को उनका समर्थन ख़त्म हो गया !
जो लोग इजरायल के लिए दुआ कर रहें हैं जरा ये फोटो देख लें फिलीस्तीनी लाखों मुस्लिम औरतों मासूम बच्चों के खून से यहूदियों ने अपने हाथ रंगे हैं।
नोट मेरा इस्लाम किसी की मौत पर खुशी मनाने की इजाज़त नहीं देता पर हां इज़रायलयों की मौत का हमें कोई गम नहीं।