राजस्थान। केंद्र सरकार के नोटबंदी के फैसले के बाद देशभर के लोगों में रोष पैदा हो गया है। जहां कई लोग पैसे की किल्लत से प्रभावित हैं। तो वहीं कुछ लोग ऑनलाइन पेमेंट का सहारा लेकर अपने काम निपटा रहे है। कुछ लोग नोटबंदी के फैसले को सही बता रहे है तो कुछ लोगों में काफी गुस्सा है।
नोटबंदी के फैसले के बाद ना जाने कितने ही हादसे हो गए है कितने ही लोगों कि जान चली गई है। लेकिन राजस्थान के अलवर में सरकार के इस फैसले ने तो हद ही कर दी। एक भाई ने सारी सामाजिक मान्यता को ठेंगा दिखाते हुए पैसों कि तंगी के कारण अपनी ही बहन को बेचने की कोशिश की।
क्या था मामला
बता दें कि राजस्थान के अलवर की रहने वाली 21 साल की एक महिला का भाई उसे नीलाम कर रहा था। महिला के भाई ने अपने चचेरे भाई के साथ मिलकर अपनी बहन का सौदा तस्करी करने वाले एक दलाल के साथ कर दिया था। बहन के सौदे की डील हुई थी कि इसके बदले उन्हें 20 लाख रुपए कैश में दिए जाएंगे।
बता दें कि बुधवार को दलाल महिला के भाई को 20 लाख रुपए कैश देता, लेकिन नोटबंदी के चलते दलाल पैसा का बंदोबस्त नहीं कर पाया। इसके बाद एजेंट ने कैश के बदले चेक से पेमेंट करने का ऑफर दिया, जिससे दोनों में बहस शुरू हो गई।
इस पूरे मामले में अलवर के एडिशनल एसपी पारस जैन ने बताया, “महिला के भाई और एजेंट के बीच हुई बहस से मौका पाकर महिला वहां से भाग निकली। वह भागकर थाने आ गई और पुलिस की मदद मांगी।” जैन ने बताया कि पीड़िता को महिला कॉन्स्टेबल के साथ महिला पुलिस स्टेशन भेजा गया और बयान दर्ज कर लिया गया। (नेशन दस्तक से)