जयपुर की सबसे बड़ी हिंगोनिया गौशाला में पिछले कुछ सप्ताहों के दौरान बड़ी संख्या में गायों की मौत पर गुरूवार को राजस्थान उच्च न्यायालय ने संज्ञान लेते हुए गहरी चिंता जताई हैं.
अदालत में गायों की मौत पर सवाल उठाते हुए कहा कि एक साथ इतनी गायों की मौत होना निगम की लापरवाही को बताता है. गायों की मौतों को जब तक नहीं रोका जा सकता है, तब तक हम संवेदनशील नहीं होते हैं.
जयपुर में लगातार बारिश के चलते हिंगोनिया गौशाला में कीचड हो गया है. घटों तक कीचड में रहने के कारण बीते दो सप्ताह में गौशाला की करीब 500 गायों की मौत हो चुकी है। गौशाला में हुआ कीचड बीमार और बूढी गायों के लिए खतरनाक साबित हो रहा है.
उल्लेखनीय है कि हिंगोनिया गौशाला की देखरेख का पूरा जिम्मा नगर निगम का है. सरकार इस गौशाला के लिए हर वर्ष 15 करोड़ रूपए जारी करती है. गौशाला में गायों की देखरेख के लिए 17 पशु चिकित्सक और चालीस नर्सिंग स्टाफ भी है लेकिन लेकिन फिर भी यहां हर महीने करीब 1000 गायें मर रही हैं.(hedline24 से साभार)