लखनऊ 12 अगस्त 2016। आतंकवाद के नाम पर फंसाए गए बेगुनाहों के सवाल पर रिहाई मंच महाराष्ट्र में एक मजबूत राजनीतिक आंदोलन की शुरूआत करने जा रहा है। मंच 21 अगस्त को नांदेड में होने वाली रैली और 22 अगस्त को महराष्ट्र यूनिट के गठन के साथ ही महाराष्ट्र में दलितों और मुसलमानों को एक प्लेटफाॅर्म पर लाकर दोनों समुदायों की राजनीतिक लड़ाई को नई दिशा देगा।
रिहाई मंच द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में मंच के लखनऊ इकाई के प्रवक्ता अनिल यादव ने कहा है कि महाराष्ट्र की जनता के निमंत्रण पर 21 अगस्त को नांदेड के पीर बुरहान नगर स्थित मैदान में होने वाली महाराष्ट्र यूनिट की स्थापना रैली को मंच के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज आलम सम्बोधित करेंगे। जिसके दूसरे दिन 22 अगस्त को वीआइपी रेस्ट हाउस में महाराष्ट्र के विभिन्न जिलों से आने वाले समर्थकों के साथ होने वाली बैठक में यूनिट के पदाधिकारियों की घोषणा की जाएगी। इस दौरान शाहनवाज आलम रैली के संयोजक और दैनिक सोशल डायरी के सम्पादक अहमद कुरैशी के पत्र के विशेष अंक का विमोचन करेंगे।
अनिल यादव ने बताया कि शाहनवाज आलम महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों से पिछले दिनों आतंकवाद के नाम पर फंसाए गए बेगुनाहों के परिजनों से भी मिलेंगे और उनके सवाल को वहां की यूनिट के नेतृत्व में मुख्यधारा के राजनीतिक मुद्दे के बतौर स्थापित करने की रूप रेखा बनाएंगे। उन्होंने कहा कि मंच महाराष्ट्र की दलित, मुसलमानों और कमजोर तबकों को एक नए राजनीतिक विकल्प देने की योजना के साथ वहां अपना विस्तार कर रहा है क्योंकि परम्परागत अम्बेडकरवादी संगठनों ने जहां अपने को हिंदुत्ववादी शक्तियों के हवाले कर दिया है वहीं मुस्लिम सियासी दल मुसलमानों का सिर्फ भावनात्मक दोहन ही कर रहे हैं। जिसके चलते इन दोनों पीड़ित समुदायों में घोर निराशा है। उन्होंने कहा कि रैली के संयोजक अहमद कुरैशी के नेतृत्व में जिस तरह विभिन्न समुदायों के नेतृत्वकर्ताओं को रैली की सफलता के लिए पिछले एक माह से चलाए जा रहे जनअभियान को लोगों का समर्थन मिल रहा है वह महाराष्ट्र के अवसरवादी दलित और मुस्लिम राजनीति के खिलाफ जनता के गुस्से को जाहिर करता है। उन्होंने कहा कि इस जनाक्रोश को रिहाई मंच नई राजनीतिक दिशा देगा।