खबरे, जानकारी, गजल, विज्ञापन हमें भेजे हमारे ईमेल पर
social diary
June 29, 2016
लोकतंत्र में चाकु-छुरी, बंदुक-गोली जायज हथियार नहीं माने जाते.....
लोकतंत्र में तो ‘जानकारी' सबसे बडा हथियार है....
और हथियार की तरह जानकारी का उपयोग और प्रयोग करना चाहिए