हिंदी दैनिक सोशल डायरी की ओर से सभी को सूचित किया जाता है की, 2015 में जारी किये गए सभी संवाददाताओं के आईडी कार्ड रद्द किये गए है. और उन सभी कार्ड धारको का प्रतिनिधित्व भी रद्द किया जा चुका है.
कई प्रतिनिधियों के विरोध में शिकायते मिलने पर यह कदम उठाया गया है. क्यूंकि शिकायते अखबार के बदनामी का कारण बन सकती है. अखबार का नाम खराब ना हो इसलिए हमने सभी पत्रकारों का प्रतिनिधित्व रद्द कर दिया है. और दैनिक सोशल डायरी के फरवरी 2016 के सभी अंको में लगातार सुचना प्रकाशित की गयी. कुछ लोगो ने सुचना को नजरअंदाज कर कार्ड अभी लौटाए नहीं है. कार्ड न लौटाना गलत काम करने का संकेत देता है. सभी को यह भी सुचना दि गयी थी के निजी वाहनों पर संपादक के लिखित अनुमति के बिना सोशल डायरी लोगो का इस्तेमाल भी गैरकानूनी माना जाएगा.
अगर कोई सोशल डायरी का प्रतिनिधि किसी भी स्वरूप में आर्थिक मांग करता है तो उसे करीबी पुलिस के हवाले करे. विज्ञापन के लिए हमारे संपादन विभाग से विज्ञापन कार्ड छपवाए जाते है और वह सिर्फ कार्यरत प्रतिनिधियों के पास उपलब्ध है. बिना विज्ञापन कार्ड या सोशल डायरी बुक के आर्थिक व्यवहार ना करे. गैरकानूनी कार्ड धारको पर किसी भी वक्त गैरकानूनी कार्य करने पर कानूनी कारवाई की जा सकती है. उपरोक्त प्रतिनिधियों से सोशल डायरी संपादन विभाग का कोई भी सम्बन्ध नहीं है. और ना ही नांदेड शहर में किसी भी वाहन पर सोशल डायरी का LOGO इस्तेमाल की अनुमति दि गयी है.
-संपादक