० मुलायम ने मोदी के दुबारा पीएम बनने की इच्छा ज़ाहिर कर अपने सजातीय वोटरों को भाजपा के साथ जाने संकेत दिया था
० फेसबुक लाइव के ज़रिये स्पीक अप माइनॉरिटी कैम्पेन में बोले अल्पसंख्यक कांग्रेस कार्यकर्ता
० बाराबंकी के सपा एमएलसी राजेश यादव द्वारा मुस्लिम पत्रकार को जान से मारने की धमकी का सवाल भी उठा
लखनऊ, 13 जून 2021.अल्पसंख्यक कांग्रेस ने आज प्रदेश भर में स्पीक अप माइनॉरिटी अभियान के तहत फेस बुक लाइव के माध्यम से समाजवादी पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव पर 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के पक्ष में अपने सजातीय वोट ट्रांसफर कराने का आरोप लगाया. हर रविवार को चलने वाले इस अभियान की शुरुआत पिछले रविवार को हुई थी.
अल्पसंख्यक कांग्रेस के प्रदेश चेयरमैन शाहनवाज़ आलम ने जारी बयान में बताया कि आज का विषय 'मुलायम सिंह यादव क्यों चाहते थे कि मोदी दुबारा पीएम बनें' था. जिसमें क़रीब 18 सौ लोगों ने जिसमें प्रदेश पदाधिकारी, हर ज़िला और शहर कमेटी के सदस्यऔर समर्थक शामिल हुए.
वक्ताओं ने कहा कि मुलायम सिंह यादव ने अपने सजातीय वोटरों को लोकसभा चुनाव में भाजपा को वोट करने का इशारा देते हुए ही संसद के आखिरी दिन मोदी के दुबारा प्रधान मन्त्री बनने की मन
ोकामना जाहिर की थी. वक्ताओं ने फेस बुक लाइव के माध्यम से बताया कि सपा ने ऐसा इस रणनीति के तहत किया कि अगर केंद्र में मोदी की सरकार आयेगी तभी मुसलमान डर के कारण समाजवादी पार्टी को विधान सभा चुनाव में वोट करेगा. वक्ताओं ने यह भी बताया कि कैसे 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में भी मोदी और अमित शाह के कहने पर सपा राजद-जदयू महागठबंधन से न सिर्फ़ बाहर आ गयी बल्कि मुलायम सिंह ने बिहार में अपनी पार्टी की रैलीयों के भाषणों में भी कहा कि बिहार में भाजपा की सरकार बननी चाहिए.
फेस बुक लाइव में अल्पसंख्यक कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने यह भी कहा मुलायम सिंह यादव और अमित शाह के बीच समझौते के तहत ही भाजपा ने भूपेंद्र यादव को उत्तर प्रदेश का प्रभारी नहीं बनाया है ताकि सपा कुछ दिन और जिंदा रह सके. अल्पसंख्यक कांग्रेस नेताओं ने कहा कि जब अखिलेश यादव की अपनी बिरादरी ही उनको छोड़ कर भाग गयी है तो मुसलमानों को भी अपने पुराने घर कांग्रेस में लौट आना चाहिए. कांग्रेस और प्रियंका गांधी ही उनकी आवाज़ उठा रही है.
फेस बुक लाइव के ज़रिये बाराबंकी के सपा एमएलसी राजेश यादव उर्फ राजू यादव द्वारा एक मुस्लिम पत्रकार को जान से मारने की धमकी देने का मुद्दा भी उठाया गया. वक्ताओ ने कहा कि 5 प्रतिशत आबादी वालों ने 20 प्रतिशत वालों से वोट लिया और बदले में उन्हें जान से मारने की धमकी भी दे रहे हैं. यही समाजवादी पार्टी की जातिवादी राजनीति की सच्चाई है जिसे मुसलमान समझ चुका है.