"तुम मुझे खून दो मैं तुम्हे आज़ादी दूंगा" ये नारा जब शुभाष चन्द्र बोष ने ये नारा लगाया तो देश के हर आवाम की तरह मुसलमान भी देश की आज़ादी के लिए सबसे आगे खड़ा था जबकि हिंदू महासभा ने सुभाष चंद्र बोष का साथ देने से इनकार कर दिया था जबकि हिंदू महासभा का बंगाल में अच्छा प्रभाव था अगर साथ देते तो नेताजी का काम थोड़ा आसान हो सकता था इसीलिए नेताजी ने खुद हिंदू महासभा से मदद मांगी थी।