3 जुलाई 2020 को एनएमओ उत्तर प्रदेश प्रभाग की आपातकालीन ऑनलाइन बैठक हुई, जिसमें डेंटल सर्जनो की कोरोना कारण मृत्यु पर चिंता व्यक्त की गई अभी तक अभी तक 4 दंत चिकित्सकों की मृत्यु हो चुकी है, कल ही मौलाना आजाद डेंटल कॉलेज के एक जूनियर रेजिडेंट डॉ अभिषेक की मृत्यु कोरोना के लक्षणों के कारण हुई जबकि उनकी कोरोना की रिपोर्ट नेगेटिव थी अभी हाल ही में गोंडा में भी एक महिला दंत चिकित्सक पॉजिटिव पाई गई ।इस संदर्भ में एनएमओ का यह कहना है कि सभी चिकित्सकों चाहे वह कोविड-19 में कार्य कर रहे हो या कोविड -19 में कार्य नहीं कर रहे हो सभी का 50 लाख रुपए का बीमा होना चाहिए होना चाहिए जिससे उन्हें आर्थिक सुरक्षा प्राप्त हो सके साथ ही एनएमओ की यह भी मांग है
कि डेंटल काउंसिल आफ इंडिया और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय देश के सभी डेंटल कॉलेजों में एक आकस्मिक निरीक्षण कराये,जिससे यह पता चल सके कि कॉलेज भारत सरकार द्वारा कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन कर रहे हैं या नहीं क्योंकि हम लोगों को बहुत सी शिकायतें मिली है कि प्राइवेट कॉलेजों में प्रोटोकॉल और गाइडलाइन का पालन नहीं हो रहा है और इमरजेंसी ट्रीटमेंट के साथ-साथ इलेक्टिव और रूटीन ट्रीटमेंट बिना प्रोटोकॉल फॉलो की किया जा रहा है।जो पूरी तरह गलत है साथ ही एनएमओ भारत स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा नीट एमडीएस की कटऑफ को कम करने की के कदम की निंदा करता है जो प्राइवेट डेंटल कॉलेजों के सीटों को भरने का एक जरिया है।