Shaheen Bagh क्यों और कबतक? क्या मिला हम को अबतक?
1. इंडिया के कई राज्यो ने CAA/NRC के खिलाफ प्रस्ताव पास किए।
2. NPR की सूची से मौजूदा भारत सरकार ने कई कॉलम हटाए।
3. International media ने भारत सरकार पर दबाव बनाया।
4. CAA को लेकर UN human rights भारत की supreme court पहुंची ।
5. Europ और england ने अपने parliment में CAA/NPR की कड़ी मुखालफत की और इसको इंसानियत के खिलाफ बताया।
1. इंडिया के कई राज्यो ने CAA/NRC के खिलाफ प्रस्ताव पास किए।
2. NPR की सूची से मौजूदा भारत सरकार ने कई कॉलम हटाए।
3. International media ने भारत सरकार पर दबाव बनाया।
4. CAA को लेकर UN human rights भारत की supreme court पहुंची ।
5. Europ और england ने अपने parliment में CAA/NPR की कड़ी मुखालफत की और इसको इंसानियत के खिलाफ बताया।
6. अगर अगले इलेक्शन में मौजूदा सरकार बदलती है तो आने वाली सरकार CAA को ख़त्म या इसमें बदलाव जरूर करेगी।
7. CAA की वजहा से भारत की सभी बहुजन समाज एक हुई।
8. 70% दलित और निचली जाती* के लोग CAA के खिलाफ हुए।
9. मुस्लिम मुमालिक ने गुस्सा जताया खास कर ईरान जो भारत का बोहत पुराना मित्र/सईयोगी है।
10. भारत के ज़्यादा तर अमन पसंद intalectual एक हुए CAA के विरूद्ध।
11. दुनिया की 40 कंट्री और भारत में 1800 जगह शाहीन बाग बने।
11. CAA को लेकर भारत सरकार सारी दुनिया में अलग थलग हुई। Etc etc...
7. CAA की वजहा से भारत की सभी बहुजन समाज एक हुई।
8. 70% दलित और निचली जाती* के लोग CAA के खिलाफ हुए।
9. मुस्लिम मुमालिक ने गुस्सा जताया खास कर ईरान जो भारत का बोहत पुराना मित्र/सईयोगी है।
10. भारत के ज़्यादा तर अमन पसंद intalectual एक हुए CAA के विरूद्ध।
11. दुनिया की 40 कंट्री और भारत में 1800 जगह शाहीन बाग बने।
11. CAA को लेकर भारत सरकार सारी दुनिया में अलग थलग हुई। Etc etc...
80 दिन की जद्दजहद में इतना सबकुछ हमने हासिल कर लिया अब भी कुछ लोग पूछ रहे है CAA की मुखालिफत कर के क्या मिला अब तक? थकने लगे हो? या ऊब गए हो? कोई मज़ाक था या तफरीह ? हजारों भारत वासियों की कड़ी मेहनत है ये शाहीन बाग जगह जगह संविधान की आवाज़ है ये शाहीन बाग। मुल्क को एक करने की मुहिम है ये शाहीन बाग। जब मंज़िल करीब है तो उकताने लगे हो, अभी तो मुखालिफ हमारे हौसलों की दाद देने ही लगे थे कि हम अब थकने लगे? सर्दी की कड़कड़ाती रातों में डटे रहे. बारिश की तूफानी फुआरों में डटे रहे. हुकूमत की धमकियों के बावजूद डटे रहे.
डटी रही औरतें, बच्चे डटे रहे, मासूम, समझदार और बूढ़े डटे रहे!! झूठी हुकूमत को ये झूटा मजबूत किला नजर आरहा है इंशा अल्लाह वो अचानक ही गिरेगा, आप देखोगे इसकी बुनियाद हिलने लगी है और एक एक करके इसकी इंटे गिरने निकलने लगी है। अगर हम सब मजबूती से डटे रहे तो हम ये लाज़िम देखेंगे । आप से इल्तिज़ा है अपने काम से फारिग होकर थोड़ा वक्त शाहीन बाग को ज़रूर दे। हम सबकी जरूरत है। सारे भारत की आस है ये।
हर अमनपसंद भारतीय का जवाब है ये।
हर अमनपसंद भारतीय का जवाब है ये।