Rahul Kotiyal की आँखों देखी रिपोर्ट का एक हिस्सा : Delhi violence
"हम यहां इसलिए बैठे हैं, ताकि मोहल्ले के जवान लड़के जोश में कोई गलत कदम न उठाएं। हमने सभी को गली के अंदर ही रहने को कहा है और हम खुद इसकी निगरानी कर रहे हैं।".....
"हम शांति और भाईचारा चाहते हैं। हम जो प्रदर्शन भी कर रहे थे वो पूरी तरह शांतिपूर्ण था और किसी समुदाय के खिलाफ नहीं, बल्कि सरकार के फैसले के खिलाफ था। अब अगर हम अपनी मांगें सरकार के सामने न रखें तो क्या करें?"
"कल यहां इतनी हिंसा हुई, कई दुकानें और घर जला दिए गए, चौक पर बनी मजार और पीछे के इलाकों में कुछ मस्जिद तक जला दी गई, पर ये सामने का मंदिर आप देख लीजिए, इस पर एक भी पत्थर नहीं चला है। जबकि ये मंदिर मुस्लिम बहुल चांदबाग में स्थित है।"
"हम यहां इसलिए बैठे हैं, ताकि मोहल्ले के जवान लड़के जोश में कोई गलत कदम न उठाएं। हमने सभी को गली के अंदर ही रहने को कहा है और हम खुद इसकी निगरानी कर रहे हैं।".....
"हम शांति और भाईचारा चाहते हैं। हम जो प्रदर्शन भी कर रहे थे वो पूरी तरह शांतिपूर्ण था और किसी समुदाय के खिलाफ नहीं, बल्कि सरकार के फैसले के खिलाफ था। अब अगर हम अपनी मांगें सरकार के सामने न रखें तो क्या करें?"
"कल यहां इतनी हिंसा हुई, कई दुकानें और घर जला दिए गए, चौक पर बनी मजार और पीछे के इलाकों में कुछ मस्जिद तक जला दी गई, पर ये सामने का मंदिर आप देख लीजिए, इस पर एक भी पत्थर नहीं चला है। जबकि ये मंदिर मुस्लिम बहुल चांदबाग में स्थित है।"
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