एक फाइल के लिए धरना देने वाला मुख्यमंत्री KEJRIWAL दिल्ली जलने पर खामोश है
दिल्ली में हिंसक उत्पात, गोलीबारी और केजरीवाल की चुप्पी ।
कुछ लोग पिस्तौल लहराते घूम रहे हैं, आगजनी करते घूम रहे हैं. और पुलिस लाचार और असहाय. आश्चर्य हो रहा है न आपको ? मुझे नहीं हो रहा आश्चर्य, क्योंकि ये सब सुनियोजित षड्यंत्र है । षड्यंत्र रचा गया सत्ता पक्ष द्वारा, सीएए विरोधी आंदोलन को दबाने के लिए । वातावरण बनाया गया कि यह सब उत्पात देखकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन के शौकीन अपने अपने घरों मे दुबक जाएँ ।
स्वाभाविक है जो शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने बैठे हैं, वे ऐसे वातावरण में क्यों बैठना चाहेंगे ? इस घटना से यह भी सामने आ गया कि सत्ता पक्ष अब किसी भी स्तर तक गिरने के लिए मानसिक रूप से तैयार हो चुकी है।
यह व्यक्ति जो तस्वीर मे दिख रहा है पिस्तौल लहराते हुए, पुलिस इसे गोली नहीं मारेगी, क्योंकि ये सरकार द्वारा भेजा गया व्यक्ति है । दिखावे के लिए इसे गिरफ्तार कर भी लिया, तो दो दिन मे बाहर होगा और हो सकता है अगले चुनाव में प्रत्याशी नेता के रूप मे खड़ा हो जाए । जनता को तो ऐसे ही जुझारू नेता चाहिए होता है, तो जनता इसे चुनाव जिता भी देगी ।
फिर नौटंकी करेगी जनता भ्रष्टाचार मुक्त, अपराधी मुक्त भारत बनाने की । अपराधियों को दंगाइयों को सत्ता सौंप कर भ्रष्टाचार और अपराध मुक्त भारत कैसे बना सकते हैं ? लेकिन देश की जनता ऐसी ही है, आज भी आदिम युगीन मानसिकता में जी रही है । और न तो जनता कभी सुधरेगी, न ही इन जनता रूपी भेड़-बकरियों को हाँकने वाले ऐसे धूर्त-मक्कार, अपराधी नेता । बस ढोंग चलता रहेगा धार्मिकता का, सात्विक्ता का, भ्रष्टाचार मुक्त राजनीति बनाने का।
~विशुद्ध चैतन्य
दिल्ली में हिंसक उत्पात, गोलीबारी और केजरीवाल की चुप्पी ।
कुछ लोग पिस्तौल लहराते घूम रहे हैं, आगजनी करते घूम रहे हैं. और पुलिस लाचार और असहाय. आश्चर्य हो रहा है न आपको ? मुझे नहीं हो रहा आश्चर्य, क्योंकि ये सब सुनियोजित षड्यंत्र है । षड्यंत्र रचा गया सत्ता पक्ष द्वारा, सीएए विरोधी आंदोलन को दबाने के लिए । वातावरण बनाया गया कि यह सब उत्पात देखकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन के शौकीन अपने अपने घरों मे दुबक जाएँ ।
यह व्यक्ति जो तस्वीर मे दिख रहा है पिस्तौल लहराते हुए, पुलिस इसे गोली नहीं मारेगी, क्योंकि ये सरकार द्वारा भेजा गया व्यक्ति है । दिखावे के लिए इसे गिरफ्तार कर भी लिया, तो दो दिन मे बाहर होगा और हो सकता है अगले चुनाव में प्रत्याशी नेता के रूप मे खड़ा हो जाए । जनता को तो ऐसे ही जुझारू नेता चाहिए होता है, तो जनता इसे चुनाव जिता भी देगी ।
~विशुद्ध चैतन्य