इलाहाबाद विश्वविद्यालय के दलित छात्र की हत्या बर्दास्त नहीं की जाएगी- रिहाई मंच
इलाहाबाद में पुलिस अधीक्षक कार्यालय के पास पैर छू जाने के मामूली विवाद में दलित छात्र की हत्या योगी सरकार द्वारा संरक्षित किए जा रहे सामंती तत्वों और उनके बेलगाम हौसलों के खुलेआम संरक्षण का नतीजा है। रिहाई मंच ने जारी प्रेस नोट में कहा है कि इलाहाबाद और उसके आस पास के जिलों में हो रही हालिया घटनाओं में जिस तरह से दलितों पिछड़ों, मुसलमानों को संगठित तरीके से निशाना बनाया जा रहा है उसके पीछे मनुवादी सवर्ण मानसिकता का पोषण और संरक्षण प्रदेश के सवर्ण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कर रहे हैं।
रिहाई मंच नेता लक्ष्मण प्रसाद ने कहा कि इलाहाबाद के एडीसी कालेज के विधि छात्र दिलीप सरोज की हत्या यह बताने के लिए पर्याप्त है कि इलाहाबाद जो सवर्ण सामंती ताकतों का गढ़ रहा है मे आज एक बार फिर से दलित उत्पीड़न का काला अध्याय लिखा गया है। उन्होंने कहा कि योगी सरकार के सत्ता में आने के बाद दलित उत्पीड़न की घटनाओं में लगातार इजाफा हुआ है। लक्ष्मण प्रसाद ने दिलीप के हत्यारों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है।
फतेहपुर में खखरेरू थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति की पीट पीट कर हत्या कर दी जाती है। वहीं प्रतापगढ़ में कोतवाली थाना क्षेत्र में राबिया रेप और हत्या प्रकरण तथा प्रतापगढ़ के पट्टी में 17 यादवों के खिलाफ फर्जी नामजद मुकदमा दर्ज किया जाना साबित करता है कि प्रदेश़ में सामंती ताकतों के हौसले बुलंद हैं। रिहाई मंच जल्द ही इन क्षेत्रों का दौरा करेगा और योगी सरकार द्वारा प्रायोजित सामंती उत्पीड़न की ईंट से इंट बजा देगा।
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