गुडगाँव | पिछले दो हफ्तों से ईवीएम् में गड़बड़ी होने का मामला पूरा गर्माया हुआ है. विपक्षी दल लगातार कह रहा है की ईवीएम् में छेड़छाड़ संभव है लेकिन चुनाव आयोग इस बात को मानने के लिए कतई तैयार नही है. उधर अरविन्द केजरीवाल ने तो चुनाव आयोग को चुनौती देते हुए कहा की अगर आप हमें 72 घंटे के लिए ईवीएम् दे दे तो हमारे एक्सपर्ट साबित कर देंगे की ईवीएम् में छेड़छाड़ संभव है.
उधर केजरीवाल की चुनौती को कबूल करते हुए चुनाव आयोग ने ओपन चैलेंज प्रतियोगिता आयोजित करने का फैसला किया है. इस प्रतियोगिता में सभी रानीतिक पार्टियों को न्योता दिया जाएगा और उनसे ईवीएम् में गड़बड़ी साबित करने के लिए कहा जाएगा. चुनाव आयोग इससे पहले भी ऐसी प्रतियोगिता आयोजित करा चूका है. 2009 में भी ईवीएम् पर सवाल उठने के बाद चुनाव आयोग ने ऐसी ही प्रतियोगिता का आयोजन किया था.
लेकिन उस समय कोई भी राजनितिक दल ईवीएम् में गड़बड़ी साबित नही कर सका था. फ़िलहाल चुनाव आयोग ने इसके लिए कोई भी तारीख तय नही की है. उधर इस तरह की खबरे मीडिया में आने के बाद एक कंप्यूटर इंजिनियर ने मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर उनसे मांग की है की वो उन्हें भी इस ओपन चैलेंज में आमंत्रित करे. इस इंजिनियर का दावा है की वो और उसकी टीम साबित कर देगी की ईवीएम् में छेड़छाड़ संभव है या नही.
अरविन्द झा नामक इस इंजिनियर ने आईआईटी खड़गपुर से इंजीनियरिंग में स्नातक की है. फिलहाल ये गुडगाँव के अन्दर परीक्षा लैब प्राइवेट लिमिटेड के नाम से कंपनी चलाते है. जैसे ही इनको खबर मिली की चुनाव आयोग इस तरह की कोई प्रतियोगिता आयोजित करने की सोच रहा है तो इन्होने इसमें भाग की लेने की इच्छा व्यक्त कर दी. चुनाव आयुक्त को लिखे पत्र में इन्होने मांग की है की अगर वो इनके द्वारा मांगी गयी जानकारी इन्हें मुहैया करा देते है तो वो और उनकी टीम ईवीएम् में गड़बड़ी का पता लगा सकती है.
पढ़िए अरविन्द झा ने मुख्य चुनाव आयुक्त को क्या लिखा