सोशल डायरी ब्यूरो
EVM में गड़बड़ी को लेकर EVM हटाओ लोकतंत्र बचाओ अभियान के अंतर्गत भारत मुक्ति मोर्चा द्वारा देशभर में 72 घंतोका धरना प्रदर्शन जारी है. और इसके बाद रेल रोको आन्दोलन और जेल भरो आन्दोलन की भी घोषणा भामुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष वामन मेश्राम ने की है. "गली गली में शोर है, निर्वाचन अक्योग चोर है " के नारों से 72 घंटो का धरना शुरू है. बमुमो के कार्यकर्ताओं ने यह भी आरोप लगाया के Evm_Scam की वजह से Supreme Court ने Elections Commission को सिर्फ एक Notice क्या भेजा. गुजरात में मुसलमानों के खिलाफ दंगे शुरु होणे लगे है | अब तक बहुत सारे मुसलमान नौजवान / महिलाओं का कत्लेआम हुआ है Media में यह खबर कही पर दिखाई नही दे रही है. इससे यह बात साबित होती है की, यह Media ब्राम्हणवादी की रखेल बन चुका है. याद रहे..! EVM गडबडी छुपाने के लिए Bjp के मनुवादी लोग यदी दंगे शुरु करते है, और उन दंगो का इस्तेमाल मुसलमान / आंबेडकरवादी लोगों के खिलाफ करते है, तो मै Bjp की Evm वाली जित को एक ऐसी जित समजता हुँ, जो जितकर भी हारने के बराबर है. -भामुमो कार्यकर्ता निरंजन लांडगे
शनिवार को भारत मुक्ति मोर्चा के पदाधिकारियों ने केंद्रीय नेतृत्व के आह्वान पर लोकतंत्र बचाओ आंदोलन के तहत इलेक्ट्रानिक वो¨टग
मशीन (ईवीएम) के विरोध में धरना दिया। ईवीएम हटाकर बैलेट पेपर से मतदान कराने की आवाज उठाई। मोर्चा के मंडल प्रभारी रवींद्र राणे ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग जिस ईवीएम का उपयोग चुनाव कराने के लिए करता है वह अन्तरराष्ट्रीय मानक पूरे नहीं करता। अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर ईवीएम के लिए सात तरह के विभिन्न मानक हैं। भारत में इस ईवीएम मशीन का प्रयोग किया जाता है इसमें दो महत्वपूर्ण मानक लागू नहीं किए जाते। यदि चुनाव के नतीजों में संदेह है तो मतदाताओं के वोट का सत्यापन किया जाए। बहुजन मुक्ति पार्टी के जिलाध्यक्ष अर्जुन प्रसाद राज ने कहा कि आयोग के ईवीएम में पुर्नगणना होती है न कि पुर्नमतगणना। लल्ल्न प्रसाद सोनी ने कहा कि 2004 व 2009 में लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा सांसद सुब्रहमण्यण स्वामी, भाजपा नेता जीबीएल नर¨सहराव ने ईवीएम के विरोध में सबूत इकट्ठा दिल्ली हाईकोई में केस दायर किया गया था। जिसे बाद में रद्द कर दिया गया। धरने को जीवन लाल बाल्मीकि, पुरुषोत्तम जैसवार, रामगोपाल यादव, डॉ.सुनील भास्कर, उमेश गौतम ने भी संबोधित किया। इस मौके पर मिथुन बाल्मीकि, रजनीश यज्ञसेनी, मोहन मौर्य, आनंद विमल चक्रवर्ती, इंद्रजीत गौतम, मौलाना सईद खां, श्रीराम चौहान, प्रवेश कुमार आदि रहे।