Anju Valeria एक सामाजिक कार्यकर्ता और फेबुक यूजर है जिनकी लेखनी बेहद सटीक होती है. यह आर्टिकल हमने उनकी फेसबुक वाल से हमारे पाठको के लिए लिया है. -संपादक
वेनेज़ुएला में डिमोनेटाईजेशन की वजह से एक व्यक्ति की मौत हो गयी।वहाँ की जनता डिमोनेटाईजेशन से परेशान होकर लाइनों से निकल कर सड़क पर आ गयी । सरकार के इस फ़ैसले को वहाँ की जनता ने नकार दिया । जनता को सड़क पर देख कर वहाँ की सरकार को अपना ये क़दम वापस लेना पड़ा । ये होती है किसी भी लोकतंत्र की ताक़त,जहाँ सत्ता होने के बावजूद भी किसी भी ऐसे फ़ैसले को बदला जा सकता है, जो जनता के हित में नहीं है । अपने देश में भी लोकतंत्र है,पर यहाँ की अधिकांश जनता की चेतना का स्तर अभी वहाँ तक पहुँचा ही नहीं की वो ये बात समझ सके की लोकतंत्र की क्या अहमियत है ,लोकतंत्र का हिस्सा होने की वजह से उनकी ख़ुद की क्या ताक़त है । अभी भी वह एक ऐसी मानसिकता के तहत जी रहे है,जो ये मानती है की उनकी सब मुसीबतों का हल कोई मसीहा ही निकाल सकता है । कोई मसीहा ही चमत्कार करके इनकी जिंदगियों से सब दुःख दर्द दूर कर सकता है । इसी बात का फ़ायदा सत्ताधारी अपने फ़ायदे के लिए उठाते है ।
वेनेज़ुएला में डिमोनेटाईजेशन की वजह से एक व्यक्ति की मौत हो गयी।वहाँ की जनता डिमोनेटाईजेशन से परेशान होकर लाइनों से निकल कर सड़क पर आ गयी । सरकार के इस फ़ैसले को वहाँ की जनता ने नकार दिया । जनता को सड़क पर देख कर वहाँ की सरकार को अपना ये क़दम वापस लेना पड़ा । ये होती है किसी भी लोकतंत्र की ताक़त,जहाँ सत्ता होने के बावजूद भी किसी भी ऐसे फ़ैसले को बदला जा सकता है, जो जनता के हित में नहीं है । अपने देश में भी लोकतंत्र है,पर यहाँ की अधिकांश जनता की चेतना का स्तर अभी वहाँ तक पहुँचा ही नहीं की वो ये बात समझ सके की लोकतंत्र की क्या अहमियत है ,लोकतंत्र का हिस्सा होने की वजह से उनकी ख़ुद की क्या ताक़त है । अभी भी वह एक ऐसी मानसिकता के तहत जी रहे है,जो ये मानती है की उनकी सब मुसीबतों का हल कोई मसीहा ही निकाल सकता है । कोई मसीहा ही चमत्कार करके इनकी जिंदगियों से सब दुःख दर्द दूर कर सकता है । इसी बात का फ़ायदा सत्ताधारी अपने फ़ायदे के लिए उठाते है ।
उनका भला इसी में है की जनता का ये स्तर बना रहे या इससे भी नीचे गिर जाए । इसके लिए एक तरफ़ तो वो जनता को झूठे विकास का सपना दिखाते रहेंगे ,विश्वगुरु बनने के दावे करेंगे और दूसरी तरफ़ आपको गाय और उसके गोबर में भी उलझा के रखेंगे। इसी तरह का एक मसीहा हिंदुस्तान की जनता ने ढाई साल पहले अपने लिए चुना था, जिसने समय समय पर हिंदुस्तान की जनता से मन की बात की और वादे करता रहा की मित्रों अच्छे दिन आने वाले है । पर पिछले ढाई सालों में एक भी ऐसा चमत्कार नहीं हुआ जिससे ग़रीब जनता के जीवन में कुछ सुधार आता और उनकी मुसीबतें कुछ कम होती ।अभी हाल फ़िलहाल में फिर एक चमत्कार का वादा किया है कि 50 दिन में वो सब कुछ ठीक कर देगा ।
और हमारी जनता भी उस पर भरोसा करके बैठी है की 50 दिन बाद कोई करिश्मा होगा और वो उनकी सब मुसीबतों को दूर कर देगा । अब 50 दिन भी पूरे होने वाले है और दूर दूर तक कोई चमत्कार होते हुए नज़र नहीं आ रहा और ना ही इसकी कोई उम्मीद नज़र आ रही है ,उलटे पूरे देश की जनता को लाइन में लगा दिया ,100 से ऊपर लोगों की जान ले ली , ग़रीब जनता को भूखे मरने पर मजबूर कर दिया , उनकी मजबूरी का मज़ाक़ बनाया , देश की विकास दर जिसे GDP कहा जाता है उसे बड़ाने की बजाय घटाने की नौबत पर ले आया , लोगों को बेरोज़गार कर दिया , जनता के काम धंधे बंद करवा दिए ,और तो और ग़रीब लोगों की मेहनत की कमाई को भी ये मसीहा काले धन के नाम पर हड़प गया । ये मसीहा तो ढोंगी निकाला ।