चीन में दी जाती थी भयानक मौत
19 वीं सदी तक चीन में लोगो को इतनी भयानक सजा मिलती थी की रूह कांप जाए, छोटी छोटी गलती पर लोगो को तडपा-तडपा कर मारा जाता था देंखे कितनी भयानक सजा दी जाती थी वहां
पीट पीट कर मार देना
इस सजा में व्यक्ति को तब तक पीटा जाता था जब तक उसकी मौत न हो जाए
खाल उधेड़ना
इस सजा में मुजरिम की खाल तब तक उधेडी जाती थी जब तक उसकी मौत न हो जाए, खाल को बहार लटका दिया जाता था ताकि और लोगो को भी सबक मिले
बीच से काटना
इस सजा में कैदी को कमर से काटा जाता था जिससे उसका पैर और पेट का हिस्सा अलग हो जाता था
घोड़ों में बांध कर खीचना
इस सजा में कैदी के अंगो को घोड़ो से बांध दिया जाता था और घोड़ो को अलग अलग दिशा में दौड़ाया जाता था जिससे उसके एक ही बार में कई टुकड़े हो जाते थे
तब तक काटो जब तक मर न जाए
इस सजा में कैदी के तब तक टुकड़े किये जाते थे जब तक वह मर न जाए, एक कैदी की जान तीन दिन में ली गई थी धीरे धीरे करके
टुकड़े टुकड़े करना
मौत की सजा पाने वाले के 5 टुकड़े किये जाते थे
जिन्दा उबालना
खौलते पानी में कैदियों को उबलने के लिए डाल देते थे और तब तक उबालते थे जब तक उनकी मौत न हो जाए
पुरुषो के प्राइवेट पार्ट काटना
पुरुषो के प्राइवेट पार्ट काट कर छोड़ देते थे और अधिक खून बहने से उनकी मौत हो जाती थी
पैर काटना
मुजरिमों के दोनों पैर काट दिए जाते थे जिससे वे तड़प तड़प कर मरे
जिन्दा दफ़न कर देना
युद्ध में पकडे गए कैदियों को जिन्दा गाड दिया जाता था