ग्रामीणों का कहना है कि गांव के अधिकांश लोगों को राशन की सामग्री नहीं मिल रही। स्थानीय अधिकारियों के पास लोग कई बार पहुंचे, लेकिन वे सुनने को तैयार नहीं हैं। फिलहाल गांव में चिकित्सा टीमें लगाई गई हैं।
मौत की जानकारी शनिवार शाम को गोगुन्दा पंचायत समिति के प्रधान एवं अतिरिक्त जिला कलेक्टर को मिली। उन्होंने फोन पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को बताया तो सब हरकत में आए।
मृतकों में सुन्दर (4), राजू (8) और उसकी बहन राधा (13) शामिल हैं। इधर, तहसीलदार हुकमकुंवर ने भूख से मरने की बात को गलत बताया। कहा कि परिवार के पास राशन सामग्री थी। घर के मुखिया से बात की है। बच्चों ने पास के बरसाती नाले का पानी पीया था, जिससे बीमारी बढ़ी।(upuklive से साभार)