मुस्लिमो को निपटने के लिए किया गया भारतीय फार्मूला फेल. डोनाल्ड ट्रम्प ने लिया यू टर्न
आशा की किरण बुझ गयी.
मुस्लिमो से निपटने के लिए विषमतावादी हिन्दू सेना की ओर से होम हवन का आयोजन किया गया था. और उन्होंने कहा था की मुसलमानों से निपटने के लिए डोनाल्ड ट्रम्प एकमात्र आशा की किरण है. पर इनके आशा की किरण 24 घंटे के बिच बुझती नजर आई. अब डोनाल्ड ट्रम्प ने कुछ इस तरह का बयान दिया.
अमेरिका में मुस्लिमों की इंट्री पर बैन लगाने के बयान देकर विवादों में आने वाले डोनाल्ड ट्रम्प के रवैया में नर्मी आई है। राष्ट्रपति उम्मीदवार की दावेदारी पक्की करने के लिए वह अमेरिका में जगह जगह प्रचार कर रहे हैं। ऐसी ही में अपने कैंपन में उन्होंने कहा कि आतंकवाद जैसी विश्वव्यापी समस्या से निपटने के लिए ये एक मात्र एक सुझाव भर था।
रिपब्लिकन पार्टी के संभावित उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप का कहते है अमेरिका में मुस्लिमों की इंट्री का आइडिया अस्थाई भर है। हम ऐसा कदम नहीं उठाएंगे। हम इस समस्या से निपटने के लिए और पहलू पर गौर करेंगे।
हाल ही में लंदन के मेयर चुने जाने पर सादिक खान को बधाई देते हुए उन्होंने कहा था कि सादिक खान जैसे मुसलमान की जरुरत हमेशा अमेरिका को रहेगी। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा था कि दुनिया भर चरमपंथी इस्लामी आतंकवाद फैला हुआ है। फिर चाहे पेरिस देख लें, सन बर्नाडिनो या फिर दुनिया की हो। यदि सादिक इस गंभीर समस्या को नजरअंदाज कर रहे हैं तो वो जाने लेकिन हमें इसका सामना करना पड़ेगा।
बीते दिनो सादिक खान ने डोनाल्ड ट्रंप के बयानों की आलोचना करते हुए कहा था कि ट्रंप के बयानो से जाहिर होता है कि इस्लाम के बारे में उनकी सूझबूझ कम है। एक मुसलमान होते हुए भी अमेरिका से प्यार किया जा सकता है। ट्रंप लोगों में मुस्लिमों के प्रति भ्रम फैलाने के सिवा कुछ नहीं कर रहे हैं।