हम घर वापसी के लिए तैयार हैं अगर
प्रिय श्री मोहन भागवत जी,
सरसंघचालक, राष्ट्रिय स्वयंसेवक संघ
एवम राष्ट्रीय अभिभावक भारत सरकार
प्रिय श्री नरेंद्र मोदी जी,
प्रधानमंत्री भारत सरकार
हम घर वापसी के लिए तैयार हैं अगर
1. भारतीय संसद में पिछले पांच हज़ार साल तक हमारे साथ हुए अमानवीय और घृणित व्यवहार करने के लिए माफ़ी मांगने का प्रस्ताव प्रस्तुत कीजिये।
2. पिछले पांच हज़ार साल तक हमारे साथ हुए अमानवीय अपराध बल्कि हमें इंसान से जानवर बनाने के तमाम अपराधों की जांच के लिए आयोग बनाया जाय और और वर्ण व्यवस्था बनाने वाली हर पुस्तक, गुरु, शास्त्र की लिस्ट बनाई जाए ।
3. आप और आपका संघ परिवार देश की संसद से मांग करे कि मनुस्मृति पर देश भर में प्रतिबंध लगाया जाए, मनुस्मृति का और वर्णव्यवस्था को सही कहने वालों सभी व्यक्तियों, पत्रिकाओं, शास्त्रियों को अपराधी घोषित किया जाए, बिलकुल वैसे ही जैसे हिटलर की पुस्तक को जर्मनी ने प्रतिबंधित किया था ।
4. हमारे ऊपर हुए अत्याचारों की कहानी देश के सभी विद्यालयों की किताबों में शामिल किया जाये बिल्कुल वैसे ही जैसे जर्मनी में नाजियों के अपराधों के प्रति जर्मन नागरिकों में जागरूकता पैदा की गई है।
5. आप बतायें कि देश में पहला शुद्र प्रधानमन्त्री कब बनेगा ?, देश के प्रमुख पदों पर उनका नंबर कब आएगा ?
6. बताइये की देश के चार धामों में, और अक्षरधाम मंदिरों में और देश के सभी मंदिरों में शूद्रों को मुख्य पुजारी बनाने के लिए कितना समय लगेगा
7. बताइये की सत्तर साल के इतिहास में आपके सेवक संघ में किसी दलित और आदिवासी को सरसंघ चालक बनने का अवसर कब मिलेगा ?
8. संघ द्वारा प्रस्ताव पारित कर सभी दलित लड़कों को को गैर दलित लड़कियों से सामूहिक विवाह का सामूहिक आयोजन करवाया जाय।
9. सभी पोश कॉलोनियों में दलितों को घर बनाने देने के लिए विशेष व्यवस्था की जाए
10. देश के सभी मंदिरों में, सेना में दलित और पुजारियों की नियुक्ति की जाए
11. रिलायंस, टाटा, अदानी और अन्य बड़े निजी व्यपार समूहों में दलित सीईओ की नियुक्तियां की जाएँ और दलितों के लिए निजी क्षेत्र में आरक्षण लागू करें ?
12. अगर ये सब कर लेने के बाद घर वापसी अभियान चलाने की ज़रूरत पड़े तो अभियान चलाने वालों का आगरा के मानसिक अस्पतालों में सरकार की तरफ से मुफ्त इलाज का प्रबंध करवाइए।
(वासिम अकरम त्यागी इनके लेख का एक महत्वपूर्ण अंश)
भवदीय
घर वापसी का अभिलाषी एक भारतीय दलित मुसलमान
लेखक -वसीम अकरम त्यागी